वह कौन सा स्थान है। जहां स्वयं हर रात्रि आते है भगवान shiv
हमारे पुराणों में भगवान shiv के 12 ज्योतिर्लिंग का जिक्र आता है जहां भगवान shiv ज्योति के रूप में साक्षात् स्वयं यहां विराजमान रहते है आज की कहानी एक ऐसे ही प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग से है जिसका नाम है ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग।
इस ज्योतिर्लिंग की बड़ी मान्यता है । एक बात यह है कि यह ज्योतिर्लिंग जिस पर्वत पर स्थित है वह ॐ के आकार का है । हा अगर आप इसे ऊपर से देखते है तो यह आपको देखने में ॐ के आकार का दिखेगा ।
यह किस स्थान पर स्थित है।
यह ज्योतिर्लिंग मध्यप्रदेश के ओंकारेश्वर शहर में स्थित है । यहां चमत्कार की एक ऐसी स्थिति सुनने में आती है जो अचंभित करने वाली होती है ।
यहां होता है चमत्कार
कहा जाता है कि यहां भगवान शिव और माता पार्वती रात्रि में यहां विश्राम करने आते है और चौसर खेलते है । ऐसा हर रात्रि होता है ।
कहा जाता है कि हर रोज भगवान shiv की शयन आरती के बाद उनके लिए एक सेज सजाई जाती है और चौसर भी बिछाई जाती है । उसके बाद गर्व ग्रह को बंद कर दिया जाता है और मंदिर के बाहर से भी ताला लगा दिया जाता है और जब सुबह मंदिर के कपाट खोले जाते है तो एक अजब नजारा या कहे तो चमत्कार सामने देखने को मिलता है
वह सेज जिसे रात में अच्छी प्रकार से बिछाया गया होता है और वह चौसर जिसे एक सीधी स्थिति में रखा जाता है वह सब बिखरी मिलती है।
यह नजारा सबको अचंभित करने वाला होता है । यहां पर कई मीडिया पत्रकारों ने रुककर देखा भी है लेकिन सुबह के चमत्कार को देखकर वह भी अचंभित हो जाते है ।
भारत में ऐसे कई शिव मंदिर और देवी के मंदिर है जिसमें अनेकों चमत्कार देखने को मिलते है । हम धीरे धीरे उन सभी स्थानों को आपसे साझा करेंगे । इसलिए आप the express time को याद रखिए ।