जम्मू-कश्मीर में हालिया आतंकवादी हमला: पहलगाम में 26 लोगों की मौत
परिचय:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमला ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। यह हमला तब हुआ जब कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही थी। इस हमले में धर्म पूछकर उन्हें मौत के घाट उतारा गया।
हमले का विवरण :
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसरान क्षेत्र में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की। इस हमले में नौसेना और खुफिया ब्यूरो के अधिकारी भी मारे गए। भारतीय सेना ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए व्यापक अभियान चलाया। लेकिन इस पूरे कांड में एक भयानक बात देखने को मिली , इस हमले में धर्म पूछकर उन्हें मारा गया । हुआ कुछ ऐसा कि बहा आए पर्यटकों से सबसे पहले उनका धर्म पूछा गया और उनसे कलमा पढ़ने के लिए कहा गया । और जब वह कलमा नहीं पड़ पाए तो उन्हें मार दिया गया । इससे साफ हो जाता है कि इस अटैक में हिन्दू धर्म को टारगेट किया गया है।
सरकारी प्रतिक्रिया:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी यात्रा बीच में छोड़कर दिल्ली लौटने का फैसला किया। उन्होंने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में भाग लिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। सरकार ने पाकिस्तान से हुए सिंधु समझौते को अस्थाई समय के लिए स्थगित कर दिया गया है और बहा जाने वाले सिंधु नदी को रोक दिया गया है । आपको बता दे कि एक मात्र सिंधु नदी ही पाकिस्तान के खेती की मुख्य इकाई है इससे पाकिस्तान को गहरा नुकसान होने वाला हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
अमेरिका, रूस, ईरान, सऊदी अरब और अन्य देशों ने इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। इस हमले के कारण सारे देशों ने शोक व्यक्त किया है।
सुरक्षा उपाय:
जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख और घायलों को ₹2 लाख की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। सेना और पुलिस ने पहलगाम में सर्च और डिस्ट्रॉय ऑपरेशन तेज कर दिया है। सरकार ने इसका बदला लेने के लिए अपनी सेना को खुली छूट दी हुई है । , लोगों ने यह मांग की है कि मोदी जी जो कि इस समय हमारे देश के करता है , वह इस हमले का डट कर जवाब दे और जम्मू कश्मीर में हुए आतंकवादी के ग्रहों को ऐसी सजा दे कि इनकी आने वाली नस्लें भी भारत के ऊपर आंख उठाने से पहले सौ बार सोचे।
निष्कर्ष
यह आतंकवादी हमला न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश के लिए एक गंभीर चुनौती है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार और सुरक्षा बलों को और अधिक सशक्त कदम उठाने की आवश्यकता है भारत को खतरा सिर्फ देश के बाहर के आतंकवादियों से नहीं है बल्कि अन्दर पल रहे पाकिस्तानी कुत्तों से है जो खाते यहां का है और गुणगान पाकिस्तान का करते है।
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